Kanwar Yatra 2025- उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की नई तिथियों की घोषणा से पहले राज्य निर्वाचन आयोग ने विभिन्न मौसमी और प्रशासनिक पहलुओं पर विशेष रूप से विचार किया है। खासकर चारधाम यात्रा, कांवड़ यात्रा और बरसात को ध्यान में रखते हुए संशोधित चुनाव कार्यक्रम तैयार किया गया है।
गौरतलब है कि 11 से 23 जुलाई के बीच कांवड़ यात्रा का आयोजन होता है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं। इस दौरान कई मार्गों पर यातायात बाधित होता है और भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती जरूरी होती है। इसीलिए चुनाव आयोग ने मतदान की तिथियां कांवड़ यात्रा के समापन के बाद निर्धारित की हैं, जिससे प्रशासनिक कार्यों पर असर न पड़े।
राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने जानकारी दी कि चुनाव को दो चरणों में आयोजित किया जाएगा, ताकि बरसात से होने वाली समस्याओं का प्रभाव न्यूनतम रहे। पहले चरण में उन जिलों को शामिल किया गया है जहां मानसून से अधिक प्रभावित होने की आशंका है, जैसे कि रुद्रप्रयाग और बागेश्वर, दूसरे चरण में अपेक्षाकृत कम संवेदनशील क्षेत्रों में मतदान होगा।
Kanwar Yatra 2025- चुनाव आयोग ने आपदा प्रबंधन विभाग के साथ समन्वय बनाकर मानसूनी जोखिमों को ध्यान में रखते हुए व्यापक तैयारियाँ की हैं। जरूरत पड़ने पर पोलिंग पार्टियों की आवाजाही के लिए हेलिकॉप्टर सेवाएं भी ली जाएंगी। प्रत्येक जिले के लिए अलग-अलग आपदा प्रबंधन योजनाएं तैयार की जा रही हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके और चुनाव प्रक्रिया सुचारू रूप से संपन्न हो।
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