Chardham Yatra Registration- प्रदेश में चार धाम यात्रा 10 मई से शुरू हो जाएगी, सरकार की तरफ से अब दोनों माध्यमों के जरिए पंजीकरण करने की सुविधा उपलब्ध है, जो श्रद्धालु ऑनलाइन पंजीकरण नहीं करा पाए हैं, उन्हें ऑफलाइन पंजीकरण का लाभ मिलेगा।
उत्तराखंड पर्यटन विभाग ने इस वर्ष के लिए चार धाम यात्रा की पूरी तैयारियां कर ली हैं और चारधाम यात्रा में तीर्थ दर्शन के लिए पंजीकरण अनिवार्य है। 8 मई से हरिद्वार और ऋषिकेश में सुबह सात से शाम सात बजे तक ऑफलाइन पंजीकरण भी शुरू हो गए हैं।
ऋषिकेश स्थित चार धाम ट्रांजिट एवं पंजीकरण केंद्र में ऑफलाइन पंजीकरण के लिए छह काउंटर बनाए गए हैं वहीं हरिद्वार स्थित जिला पर्यटन कार्यालय में तीन पंजीकरण काउंटर तैयार किए गए हैं।
Chardham Yatra Registration- एक दिन में एक धाम के लिए सिर्फ एक हजार तीर्थयात्रियों के पंजीकरण हो सकेंगे। केंद्रों पर पंजीकरण के लिए इंटरनेट सुविधा, लाइट, बिजली के साथ ही यात्रियों के बैठने के लिए कुर्सियां, हवा और ठंडे पानी की व्यवस्था की गई है, जिससे श्रद्धालुओं को कोई परेशानी का सामना न करना पड़े।
यहां पर होगी पंजीकरण की चेकिंग बिना पंजीकरण के चार धाम यात्रा नहीं की जा सकती है इसलिए पंजीकरण अनिवार्य है। धामों में यात्रियों को अव्यवस्था से बचने और उनकी पूरी जानकारी रखने के लिए सरकार कई वर्षों से पंजीकरण करते आ रही है।
ऑफलाइन पंजीकरण कराने के बाद यात्रा पर जाने वाले यात्रियों के रजिस्ट्रेशन की चेकिंग भी होगी। इसके लिए गंगोत्री में हिना, यमुनोत्री में बड़कोट, केदारनाथ में सोनप्रयाग और बदरीनाथ धाम मार्ग पर पांडुकेश्वर में रजिस्ट्रेशन की जांच की जाएगी।
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