केंद्र सरकार ने अगर कल नई दिल्ली में आल इंडिया मोटर्स ट्रांसपोर्ट कॉंग्रेस के पदाधिकारियों को हिट एंड रन मामले में संसद से पास किये गए कानून पर जो आश्वासन दिया है उस पर कोई वादाख़िलाफ़ी की तो देश भर में व्यावसायिक वाहनों की अनिश्चितकालीन हड़ताल व चक्का जाम किया जाएगा , हमने हड़ताल स्थगित की है खत्म नहीं यह बात आज देहरादून प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में उत्तराखंड परिवहन महासंघ के संयोजक सूर्यकांत धस्माना ने कही। धस्माना जो कि देहरादून ट्रक ऑपरेटर यूनियन व रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के संकरक्षक भी हैं ने कहा कि केंद्र की सरकार ने बिना किसी परिवहन से जुड़े संगठन को विश्वास में लिए वाहन चालकों के खिलाफ इतना सख्त कानून बना दिया कि अब भविष्य में कोई भी व्यक्ति व्यवसाय के लिए वाहन चालक का व्यवसाय नहीं चुनेगा।
सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि दस पंद्रह हजार की ड्राइवरी की नौकरी करने वाला व्यक्ति दस लाख रुपया जुर्माना और सात साल की कैद की सज़ा की कल्पना भी नहीं कर सकता और इसीलिए जैसे ही इस कानून के सांसद से पास होने की खबर सोशल मीडिया से फैली पूरे देश में इस वर्ग में आक्रोश फैल गया और बिना किसी आधिकारिक आह्वान के पूरे देश में ड्राइवर काम से अलग हो गए और दो दिनों में पूरे देश में व्यावसायिक वाहनों के छक्के जाम हो गए और सरकार के हाथ पांव फूल गए जिसके कारण सरकार को आल इंडिया मोटर्स ट्रांसपोर्ट कांग्रेस को वार्ता के लिए बुलाना पड़ा। धस्माना ने कहा कि केंद्र सरकार ने आश्वासन दिया है कि नया कानून नोटिफाई नहीं किया जाएगा जब तक आल इंडिया मोटर्स ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के साथ वार्ता न हो जाय व कानून में आवश्यक बदलाव न कर दिए जाएं।
धस्माना ने कहा कि सरकार को तत्काल बातचीत कर कानून में आवश्यक संशोधन कर जनता के समक्ष लाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में शाशन के अधिकारियों ने परिवहन सचिव की अगुवाई में व्यावसायिक वाहनों के, संगठनों से जो वार्ता की उसमें परिवहन विभाग से जुड़ी तमाम समस्याओं जैसे कि 10 टन लोड , परमिट, बाहरी वाहनों को प्रदेश से संचालन की अनुमति, डग्गामारी, नो एंट्री आदि के समाधान का आश्वासन दिया गया जिस पर शीघ्र संगठनों व शाशन की बैठक की जाएगी। प्रेस वार्ता में ऑल इंडिया मोटर्स ट्रांसपोर्ट कॉंग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एपी उनियाल, देहरादून ट्रक ऑपरेटर यूनियन के महासचिव दिनेश नागपाल, उपाध्यक्ष राजेन्द्र धवन, योगेश गंभीर, सरदार जसविंदर सिंह मोठी, अशोक गोलानी आदि उपस्थित रहे।