Big News- प्रदेश भाजपा के लिए जुबानी जंग के चलते सर दर्द बने दोनों विधायकों को आखिरकार प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने तालाब ही कर लिया है टिहरी से भाजपा विधायक किशोर उपाध्याय और पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश घने के बीच टीडी टेंडर को लेकर जो जुबानी जंग देखने को मिली थी इस कारण अब प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने अपनी प्रतिक्रिया प्रकट करने के लिए बुलाया है
इसके साथ ही और रानीखेत से विधायक प्रमोद नैनवाल और दायित्व धारी कैलाश पंत के बीच भी पिछले दिनों जिस तरह से बयान बाजी हुई है उसको लेकर इन नेताओं को भी भट्ट ने तलब कर लिया है।
दिनेश धनै और किशोर उपाध्याय दोनों पुराने प्रतिद्वंद्वी माने जाते हैं हालांकि दोनों बीजेपी में है और यह अजीब सी स्थिति पार्टी के लिए बन गई है,
Big News- हाल ही में लोकसभा चुनाव के मतदान के बाद इन दोनों नेताओं में जुबानी जंग शुरू हो गई है दरअसल तेरी झील में कराए गए कामों को लेकर पूर्व मंत्री दिनेश ने टिहरी के विधायक किशोर उपाध्याय पर आरोप लगाए हैं। किशोर उपाध्याय ने दिनेश धनै के आरोपों को बे बुनियाद बताते हुए टी एच डी सी से सभी ब्योरों को सार्वजनिक करने की मांग की है।
Big News- लोकसभा चुनाव की तैयारी के वक्त जब टिहरी में भाजपा की बैठक हुई थी इस बैठक को लेकर उपाध्याय का आरोप है कि बैठक में दिनेश ने टीएचडीसी के अधिकारियों के हवाले से कहा था कि टिहरी झील में कई कार्य विधायक के कहने पर आवंटित किए गए हैंऔर फिर इसके बाद अब किशोर ने टी एच डी सी के कार्यकारी निदेशक को पत्र लिखकर उनके द्वारा झील में आवंटित कराए गए कार्यों की जानकारी को सार्वजनिक करने को कहा है किशोर उपाध्याय ने कहा कि कुछ लोग उन्हें बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं उपाध्याय का कहना है कि पार्टी की बैठक में आरोप लगाने के बाद मैने स्वयं टीएचडीसी को पत्र लिखा है।
इस बात के जवाब में पूर्व मंत्री दिनेश धनै ने कहा कि उपाध्याय को टी एच डी सी की बजाय सीबीआई या ईडी को पत्र लिखना था, जिससे झील में हुई सफाई और अन्य कामों की सच्चाई बाहर निकल सके।
इस प्रकरण के बाद ही माना जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने दोनों को समझने के लिए बुलाया है क्योंकि कुछ दिनों बाद निकाय चुनाव और विधानसभा चुनावों पर इन दोनों की जुबानी जंग का कोई गलत प्रभाव न पड़े ।
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