Uttarakhand Monsoon Satr 2025- उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण एक बार फिर राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र बनने जा रही है, राज्य विधानसभा का मानसून सत्र 19 अगस्त से यहां शुरू होगा, विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, यह निर्णय राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह की अनुमति के बाद लिया गया है।
इस सत्र में विधायकों की सक्रियता भी साफ दिख रही है, अब तक 480 से ज्यादा सवाल विधानसभा सचिवालय को प्राप्त हो चुके हैं, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सत्र में कई मुद्दों पर जोरदार बहस होने की संभावना है।
Uttarakhand Monsoon Satr 2025- ई-नेवा से होगी कार्यवाही
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने बताया कि भराड़ीसैंण सत्र तकनीक के लिहाज़ से पहले से ज्यादा उन्नत होगा, ई-नेवा (e-NIWA) योजना के तहत सत्र की पूरी कार्यवाही डिजिटल होगी, अब विधायकों को प्रश्न, उत्तर, विधेयक और अन्य दस्तावेज टैबलेट पर ही मिलेंगे, इसके अलावा सभा मंडप को साउंड प्रूफ भी बनाया गया है, जिससे सत्र में व्यवधान न हो।
Uttarakhand Monsoon Satr 2025- विपक्ष का आक्रामक रुख
विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने इस सत्र में सरकार को घेरने की रणनीति बना ली है, महंगाई, बेरोजगारी, स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली, LUCC चिट फंड घोटाला और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर विपक्ष हमलावर रहने वाला है, इससे सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहसें तय मानी जा रही हैं।
Uttarakhand Monsoon Satr 2025- गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की दिशा में संकेत
भराड़ीसैंण में सत्र का आयोजन प्रशासनिक दृष्टि से चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन इसके बावजूद सरकार और विधानसभा सचिवालय की ओर से हर बार इसे सफल बनाने की कोशिश की जाती है, इसे गैरसैंण को स्थायी राजधानी की ओर एक और महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।
यह भी पढ़ें…