CBSE Credit System- नई एजुकेशन पॉलिसी को ध्यान में रखते हुए शिक्षा जगत में कई तरह के बदलाव देखने को मिल रहे हैं। सीबीएसई यानी केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने अगले शैक्षणिक सत्र से स्कूलों में क्रेडिट सिस्टम (Credit System) लागू करने की योजना बनाई है।इसके तहत कक्षा 6 से 12वीं तक पढ़ने वाले हर छात्र को अपनी पढ़ाई पूरी करने व सिलेबस को अच्छे से सीखने की प्रवृत्ति को बढ़ाने का मौका मिलेगा।
विकसित देशों की शिक्षा व्यवस्था में क्रेडिट सिस्टम (Credit System) का इस्तेमाल किया जाता है। इससे छात्रों को कई तरह के फायदे होते हैं जैसे यह पता चल पाता है कि पढ़ाई करने या सीखने के दौरान छात्र के पास कितना वर्कलोड था।
Credit System के जरिए किसी भी शिक्षा पद्धति में दाखिला पाना आसान
सीबीएसई के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, क्रेडिट सिस्टम से वोकेशनल व सामान्य पढ़ाई के बीच एकेडमिक इक्वलिब्रियम (अकादमिक समतुल्यता) का पता लगता है। अगर कोई छात्र वोकेशनल से सामान्य पढ़ाई की ओर या इसके उलट जाना चाहे तो अदला-बदली आसानी से हो सकेगी। यानी क्रेडिट ट्रांसफर (Credit Transfer) के जरिए किसी भी शिक्षा पद्धति में दाखिला पाना आसान होगा।
अगर इसी सत्र से लागू हुआ तो ऐसे मिलेंगे Credit
यदि चालू सत्र 2023-24 से ही क्रेडिट सिस्टम (Credit System) लागू कर दिया जाए तो क्या होगा, उसका ब्योरा भी साझा किया है। जिसके मुताबिक, कक्षा 9-10 के दो भाषा विषयों सहित पांच विषयों में हर विषय के लिए 7-7 क्रेडिट, फिजिकल एजुकेशन के 2 क्रेडिट और आर्ट एजुकेशन के लिए एक क्रेडिट यानी कुल 40 क्रेडिट मिलेंगे।
इसी तरह, कक्षा 11-12 के छह विषयों में से भाषा विषयों के लिए 6-6 क्रेडिट और अन्य विषयों के लिए 7-7 क्रेडिट यानी कुल 40 क्रेडिट मिलेंगे।
यह भी पढ़ें…