देहरादून में कविता कहानी के मंच का आयोजन किया गया। कविता कहानी मंच के निर्देशक प्रीतम जो की जगह जगह जाकर कविता कहानी का मंच लोगो को देते हैं। देहरादून मे हुआ इस मंच में दूर-दूर से लोग आए। जिसमे दून महिला शक्ति ट्रस्ट की ऑनर तसनीमा कौसर और ज़ोया शेख़ ने अपनी शायरी से इस मंच को चार चाँद लगा दिए और कविता कहानी के मंच में आये लोगों को अपनी शायरी से मंत्रमुग्ध कर दिया, और साथ में शाम को और भी रंगीन बना दिया।
तसनीमा कौसर दून महिला शक्ति ट्रस्ट की ऑनर होने के साथ साथ समाज सेविका भी है, तसनीमा कौसर एक ऐसा नाम हे जिसने कदम कदम पर हर पल हर वक्त बहुत दिक्कतों का सामना किया और कभी हार नहीं मानी, दिक्कतों का सामना करते हुए अपने कदम आगे बढ़ाती रही , और आज तसनीमा कौसर 2500 महिलाओं की एक शानदार लीडर बनकर काम कर रही हे, अपना एनजीओ दून महिला सकती ट्रस्ट चला रही है, तसनीमा कौसर हर लेडी को स्ट्रांग बनाती कहती चाहती है।
ज़ोया शेख़ का कहना है। कौन कहता है कि लड़कियां बोझ है. हर लड़की स्ट्रांग है आज की लड़की अपना बोझ तो क्या, परिवार का बोझ भी अपने कंधों पर उठाने की हिम्मत रखती है। तभी तो उन्हे संसार की जननी कहा गया है। बेशक पहले स्त्री को अबला माना जाता है, लेकिन आज की नारी अबला नहीं। शिक्षा हो या खेल कूद का क्षेत्र हो वह हर जगह अपनी मेहनत के बलबूते पर आगे बढ़ रही हैं। बेटों की तरह वह भी पूरी निष्ठा के साथ जिम्मेदारियां संभाल रही है। देश की बेटियां अब सिर्फ सिलाई- कढ़ाई या ब्यूटी पार्लर तक ही सीमित नहीं रह गई है बल्कि वह तो दुश्मनों के छक्के छुड़ाने के लिए तैयार हैं।
प्रोग्राम के आखिर में बड़े ही सम्मना से तसनीमा कौसर औरज़ोया शेख़ को निर्देशक प्रीतम द्वारा सर्टिफिकेट देते हुए सम्मानित किया। और साथ में निर्देशक प्रीतम ने तसनीमा को दिल्ली में आने का अवसर भी दिया।